दिशा-संभावना-परिणाम

 दिशा-संभावना-परिणाम

आजकल ज्योतिष और ज्योतिषी से लोगों की शिकायतें काफी बढ़ गयी हैं दूसरे शब्दों में इन पर आम लोगों का विश्वास कम होता जा रहा है , क्या कारण है इस पर थोड़ा ईमानदारी से विचार करने का प्रयास करते हैं……

मैं बार बार इस बात पर जोर देता रहता हूं कि जातक, ज्योतिष को चमत्कारिक विषय या वस्तु और ज्योतिषी को चमत्कारिक व्यक्ति के रूप में ना लें लेकिन इसमें कोई भी परिवर्तन नज़र नहीं आ रहा है, कारण दोनों में से कोई भी बदलने को तैयार नहीं है लेकिन अपवाद सभी क्षेत्रों में है और स्वाभाविक है कि यहाँ भी होगा….

पहली बात यह कि आजकल मुफ्त में कंप्यूटर या मोबाइल पर ऑनलाइन कुंडली बनाओ-कुंडली मिलान करो- कुंडली भविष्यफल जानो की भरमार है और आम तौर पर लोग इसका पूरा पूरा उपयोग भी कर रहे हैं इससे ज्योतिष और जातक दोनों का खूब नुक्सान हो रहा है.....

क्या कोई कंप्यूटर किसी की सही कुंडली बना सकता है या उसकी विवेचना कर सकता है, जी बिलकुल नहीं, ऐसा मेरा व्यक्तिगत मानना है बाकी आप लोग सोचियेगा...?

दूसरी बात यह कि ज्योतिष की किताब से कुछ लाइनें उठा कर सोशल मीडिया पर अपने नाम से पोस्ट करने वालों की भरमार है, एक एक आदमी के कई कई अकाउंट बने हुए हैं, कईयों को तो मैं व्यक्तिगत रूप से भी जनता हूं, इन कृतियों से भी ज्योतिषी, ज्योतिष और जातक का कोई भला नहीं हो रहा है…

हो सकता है कुछ लोगों की कुछ दुकानदारी हो रही हो लेकिन यह तरीका ठीक नहीं है, ऐसा मेरा मानना है, इससे किसी का सहमत होना या ना होना उसकी अपनी मर्ज़ी है….

अंततः सभी ज्योतिषियों से मेरा विनम्र निवेदन है कि आप ज्योतिष को चमत्कारिक विषय और खुद को चमत्कारिक व्यक्ति के रूप में जातक को बताने की अपनी प्रवृत्ति से बचें यदि ऐसा है तो और सभी जातकों से भी निवेदन है की वो भी ऐसा ही समझें क्योंकि ज्योतिष एक परामर्श, विश्वास एवं आस्था का विषय है…

सदैव स्मरण रहे कि ज्योतिष एवं ज्योतिषी जीवन को दिशा दे सकता है, जीवन में संभावनाएं बता सकता है लेकिन परिणाम की गारंटी नहीं दे सकता…

सभी जातकों से मेरा पुनः निवेदन है कि बहुत कुछ खो कर थोड़ा सा पाने की प्रवृत्ति से बचें और आवश्यक होने पर किसी शिक्षित, ज्ञानी, अनुभवी एवं विश्वसनीय ज्योतिषी से ही परामर्श लें…

यह लेख मैंने अपने लम्बे ज्योतिषीय जीवन में प्राप्त ज्ञान और व्यक्तिगत रूप से प्राप्त ज्ञान के आधार पर लिखा है, लेकिन आप इसको किस रूप में लेते हैं यह पूर्णतया आपके बुद्धि एवं विवेक पर निर्भर करता है…!

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आप सभी को मेरी ढेरों शुभकामनाएं

सुभाष वर्मा ज्योतिषाचार्य

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